मैग्नीशियम (अंग्रेज़ी:Magnesium) का प्रतीकानुसार Mg तथा परमाणु संख्या 12 होती है। मैग्नीशियम का परमाणु द्रव्यमान 24.32 होता है। मैग्नीशियम का इलेक्ट्रॉनिक विन्यास 1s2, 2s2, 2p6, 3s2 है।
प्राप्ति
मैग्नीशियम सल्फेट के रूप में मैग्नीशियम झरने में तथा मैग्नीशियम क्लोराइड के रूप में समुद्री जल में पाया जाता है। पौधे को हरा रंग देने वाले कार्बनिक यौगिक क्लोरोफिल में भी मैग्नीशियम उपस्थित रहता है।
मैग्नीशियम सल्फेट के रूप में मैग्नीशियम झरने में तथा मैग्नीशियम क्लोराइड के रूप में समुद्री जल में पाया जाता है। पौधे को हरा रंग देने वाले कार्बनिक यौगिक क्लोरोफिल में भी मैग्नीशियम उपस्थित रहता है।
निष्कर्षण
मैग्नीशियम धातु का निष्कर्षण मुख्यतः कार्नालाइड (KCI.MgCI2. 6H2O) अयस्क से किया जाता है।
मैग्नीशियम धातु का निष्कर्षण मुख्यतः कार्नालाइड (KCI.MgCI2. 6H2O) अयस्क से किया जाता है।
भौतिक गुण
मैग्नीशियम चाँदी की तरह उजली एवं चमकीली धातु है।
मैग्नीशियम मुलायम, नम्य तथा प्रतन्य धातु है। अतः इसे आसानी से तार या फीते के रूप में प्राप्त किया जा सकता है।
मैग्नीशियम चाँदी की तरह उजली एवं चमकीली धातु है।
मैग्नीशियम मुलायम, नम्य तथा प्रतन्य धातु है। अतः इसे आसानी से तार या फीते के रूप में प्राप्त किया जा सकता है।
मैग्नीशियम का द्रवणांक 650डिग्री.C तथा क्वथनांक 110 डिग्री.C होता है। मैग्नीशियम का आपेक्षित घनत्व 1.75 होता है।
रासायनिक गुण
1.तनु अम्लों के साथ प्रतिक्रिया कर यह हाइड्रोजन गैस बनाता है।
2.मैग्नीशियम क्षार से किसी भी प्रकार की प्रतिक्रिया नहीं करती है।
3.तनु नाइट्रिक अम्ल के साथ यह मैग्नीशियम नाइट्रेट तथा अमोनिया नाइट्रेट बनाता है।
4.शुष्क ईथर की उपस्थिति में यह इथाइल आयोडाइड या ब्रोमाइड से प्रतिक्रिया करके इथाइल मैग्नीशियम आयोडाइड या ब्रोमाइड बनाता है, जिसे ग्रिगनार्ड प्रतिकारक कहते हैं।
5.मैग्नीशियम नाइट्रोजन के साथ प्रतिक्रिया करके मैग्नीशियम नाइट्राइड बनाता है।
1.तनु अम्लों के साथ प्रतिक्रिया कर यह हाइड्रोजन गैस बनाता है।
2.मैग्नीशियम क्षार से किसी भी प्रकार की प्रतिक्रिया नहीं करती है।
3.तनु नाइट्रिक अम्ल के साथ यह मैग्नीशियम नाइट्रेट तथा अमोनिया नाइट्रेट बनाता है।
4.शुष्क ईथर की उपस्थिति में यह इथाइल आयोडाइड या ब्रोमाइड से प्रतिक्रिया करके इथाइल मैग्नीशियम आयोडाइड या ब्रोमाइड बनाता है, जिसे ग्रिगनार्ड प्रतिकारक कहते हैं।
5.मैग्नीशियम नाइट्रोजन के साथ प्रतिक्रिया करके मैग्नीशियम नाइट्राइड बनाता है।
मैग्नीशियम के उपयोग
1.फ्लैश लाइट रिबन बनाने में
2.फोटोग्राफी एवं आतिशबाज़ी में
3.ग्रिगनार्ड प्रतिकारक बनाने में
4.मिश्रधातुओं के निर्माण में
1.फ्लैश लाइट रिबन बनाने में
2.फोटोग्राफी एवं आतिशबाज़ी में
3.ग्रिगनार्ड प्रतिकारक बनाने में
4.मिश्रधातुओं के निर्माण में
मैग्नेशियम का एक भाग मानव-शरीर की प्रत्येक कोशिका में होता है। यह भाग अतिसूक्ष्म हो सकता है, किंतु महत्त्वपूर्ण अवश्य होता है। सम्पूर्ण शरीर में मैग्नेशियम की मात्रा 50 ग्राम से कम होती है। शरीर में कैल्शियम और विटामिन सी का संचालन, स्नायुओं और मांसपेशियों की उपयुक्त कार्यशीलता और एन्जाइमों, को सर्किय बनाने के लिये मैग्नेशियम आवश्यक है। कैल्शियम-मैग्नेशियम सन्तुलन में गड़बड़ी आने से स्नायु-तंत्र दुर्बल हो सकता है।
एक गिलास भारी जल मैग्नेशियम के लियें खाघ-संपूरक है। भारी जल में निरपवाद रुप से उच्च मैग्नेशियम का अंश होता है। भारी जल का प्रयोग करने वाले क्षेत्रों में हृदयाघात न्य़ूनतम होते हैं। इसके अन्य महत्वपूर्ण स्त्रोत है सम्पूर्ण अनाज विशेषकर साबुत अनाज, दाल, सोयाबीन, बादाम, केला, उबले आलू, गिरीदार फ़ल, हरी पत्तीदार सब्जियां, डेरी उत्पाद और समुद्र से प्राप्त होने वाले आहार।
एक गिलास भारी जल मैग्नेशियम के लियें खाघ-संपूरक है। भारी जल में निरपवाद रुप से उच्च मैग्नेशियम का अंश होता है। भारी जल का प्रयोग करने वाले क्षेत्रों में हृदयाघात न्य़ूनतम होते हैं। इसके अन्य महत्वपूर्ण स्त्रोत है सम्पूर्ण अनाज विशेषकर साबुत अनाज, दाल, सोयाबीन, बादाम, केला, उबले आलू, गिरीदार फ़ल, हरी पत्तीदार सब्जियां, डेरी उत्पाद और समुद्र से प्राप्त होने वाले आहार।
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