लिथियम (अंग्रेज़ी:Lithium) आवर्त सारणी का तृतीय तत्व है। लिथियम का प्रतीकानुसार Li तथा परमाणु संख्या 3 होती है। लिथियम का परमाणु भार 6.941 है। लिथियम का इलेक्ट्रॉनिक विन्यास 1s1, 2s2 होता है।
1.लिथियम चाँदी की तरह उजली धातु है।
2.लिथियम का घनत्व 0.534 होता है।
3.लिथियम मुलायम होता है एवं इसे चाकू से आसानी से काटा जा सकता है।
4.लिथियम ऊष्मा और विद्युत का सुचालक होता है।
2.लिथियम का घनत्व 0.534 होता है।
3.लिथियम मुलायम होता है एवं इसे चाकू से आसानी से काटा जा सकता है।
4.लिथियम ऊष्मा और विद्युत का सुचालक होता है।
साधारण परिस्थितियों में यह प्रकृति की सबसे हल्की धातु और सबसे कम घनत्व-वाला ठोस पदार्थ है। रासायनिक दृष्टि से यह क्षार धातु समूह का सदस्य है और अन्य क्षार धातुओं की तरह अत्यंत अभिक्रियाशील (रियेक्टिव) है, यानि अन्य पदार्थों के साथ तेज़ी से रासायनिक अभिक्रिया कर लेता है। यदी इसे हवा में रखा जाये तो यह जल्दी ही वायु में मौजूद ओक्सीजन से अभिक्रिया करने लगता है, जो इसके शीघ्र ही आग पकड़ लेने में प्रकट होता है। इस कारणवश इसे तेल में डुबो कर रखा जाता है। तेल से निकालकर इसे काटे जाने पर यह चमकीला होता है लेकिन जल्द ही पहले भूरा-सा बनकर चमक खो देता है और फिर काला होने लगता है। अपनी इस अधिक अभिक्रियाशीलता की वजह से यह प्रकृति में शुद्ध रूप में कभी नहीं मिलता बल्कि केवल अन्य तत्वों के साथ यौगिकों में ही पाया जाता है। अपने कम घनत्व के कारण लिथियम बहुत हलका होता है और धातु होने के बावजूद इसे आसानी से चाकू से काटा जा सकता है।
आम जीवन मे लिथियम का प्रयोग बैटरी के रूप मे होता है। दो प्रकार की लिथियम बैटरी प्रचलित है।
लिथियम पॉलिमर (लि-पॉली) बैटरी
लिथियम पॉलिमर (लि-पॉली) बैटरी लि-पॉली बैटरीज में सबसे नई और आधुनिक तकनिक है। इससे बैटरी अत्यंत हल्की हो जाती है, इन पर मेमोरी का दुष्प्रभाव नहीं पड़ता और यह एक निकल धातु से वनी हाइब्रिड (एनआइएमएच) (जिसे आप कैमरे में प्रयोग करते हैं) के बराबर आकार के बावजूद इससे 40 फीसदी अधिक बैटरी क्षमता देती है।
"मेमोरी इफेक्ट" वह होता है जब रिचार्जेबल बैटरी अपने चार्ज साइकिल से पहले पूरी तरह से डिस्चार्ज न हुई हो; इसके चलते बैटरी न समय से पहले हुए चार्ज को "याद रखती" है जिससे इसकी केपिसिटी कम हो जाती है। डिवाइसेज जैसे कि ब्लैकबेरी प्लेबुक, सैमसंग गैलेक्सी एस3 में इसी तरह की बैटरी का इस्तेमाल होता है।
लिथियम आइओएन (लि-आइऑन) बैटरी
यह सेल फोन बैटरीज में सबसे ताजातरीन और प्रचलित टेक्नोलॉजी है। लिथियम आइऑन सेल फोन बैटरी का सबसे बड़ा नुकसान यह है कि वो महंगी होती हैं। हालांकि, इनमें लि-पॉलिमर के मुकाबले ज्यादा ऊर्जा संग्रहीत होती है।
यह सेल फोन बैटरीज में सबसे ताजातरीन और प्रचलित टेक्नोलॉजी है। लिथियम आइऑन सेल फोन बैटरी का सबसे बड़ा नुकसान यह है कि वो महंगी होती हैं। हालांकि, इनमें लि-पॉलिमर के मुकाबले ज्यादा ऊर्जा संग्रहीत होती है।
लि-आइऑन और लि-पॉलिमर बैटरीयों में एक जैसी रासायनिक संरचना होती है लेकिन इसके ज्यादा गर्म होने की प्रवृत्ति में अंतर होता है। इसी कारण, लिथियम आइऑन बैटरी में एक्टिव प्रोटेक्शन सर्किट होता है- जो ऑनबोर्ड कम्पयूटर में जरूरी होता है- इससे बैटरी के ज्यादा गर्म होने पर और धमाके से आग लग जाने से बचाव होता है।
लिथियम पॉलिमर बैटरियों को एक्टिव प्रोटेक्शन सर्किट की जरूरत नहीं होती, इसी के चलते इनका निर्माण एक क्रेडिट कार्ड के साइज में भी हो सकता है।
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